अटल बिहारी वाजपेयी

अटल बिहारी वाजपेई के पिता जी उत्तर प्रदेश में आगरा जनपद के प्राचीन स्थान बटेश्वर के मूल निवासी थे। कृष्ण बिहारी वाजपेई ग्वालियर मध्य प्रदेश में अध्यापक थे यही पर 25 दिसंबर 1924 को ब्रह्म मुहूर्त में अटल बिहारी वाजपेई का जन्म हुआ , अटल जी की शिक्षा ग्वालियर के विक्टोरिया कॉलेज में हुई तथा अपने एम. ए .,की परीक्षा  कानपुर से पूरी की।

अटल बिहारी वाजपेई भारतीय जनसंघ के संस्थापक सदस्यों में से एक थे सन 1968 से 1973 तक आप जनसंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे , सन 1957 में बलरामपुर से लोकसभा का चुनाव जीत और संसदीय दल के नेता बने।

1980 में जनता पार्टी से अलग होकर भारतीय जनता पार्टी की स्थापना की और 6 अप्रैल 1980 को वे प्रथम अध्यक्ष बने ।

लोकतंत्र के सजक पहरी अटल बिहारी वाजपेई 16 जून 1996 को प्रथम बार भारत के प्रधानमंत्री बने।

19 अप्रैल 1998 को आपने दूसरी बार भारत के प्रधानमंत्री पद की शपथ ली । तीसरी बार 13 अक्टूबर 1999 को आप भारत के प्रधानमंत्री बने और 13 दलों की गठबंधन सरकार को 5 वर्षों तक देश के अंदर चला कर प्रगति के कई आयाम छुए। प्रधानमंत्री के तौर पर उनके द्वारा 11 से 13 में 1998 को में पोकरण के पांच भूमिगत परमाणु परीक्षण परीक्षण,  19 फरवरी 1999 को सदा -ए- सरहद नाम से दिल्ली से लाहौर तक बस सेवा ,  कारगिल का युद्ध के विजय तिलक की अतिरिक्त अटल जी की स्वर्णिम चतुर्भुज परियोजना के अंतर्गत दिल्ली- कोलकाता -चेन्नई – मुंबई को राजमार्गों से जोड़ा गया एवं अपने कावेरी जल विवाद का समाधान किया।

अटल भाजी अटल बिहारी वाजपेई एक कुशल राजनीतिक,  पत्रकार , संपादक तथा कवि थे ‌ मेरी 51 कविताएं अटल जी का प्रसिद्ध काव्य संग्रह है , जबकि उनकी सर्वप्रथम कविता ताजमहल थी जो श्रंगार रस मैं लिखी गई थी।

अविवाहित रहकर स्वयंसेवक संघ के आजीवन सदस्य के रूप में अटल बिहारी वाजपेई ने अपना पूर्ण जीवन भारत माता के गौरव के लिए जिया ।अटल जी ने नमिता कॉल भट्टाचार को अपनी दत्तक पुत्री के रूप में अपनाया , सन 2009 में दिल का दौरा पड़ने के बाद वह बोलने में असक्षम हो गए थे , स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के कारण 16 अगस्त 2008 को शाम 5:05 पर उन्होंने अलविदा कह दिया ।

हर भारतीयों के दिल पर राज करने वाले अटल बिहारी वाजपेई को सदियों तक भारत अपनी यादों में संजो कर रखेगा

सर्वतोमुखी विकास एवं उनके असाधारण कार्यों के लिए सन 2015 में उनका भारत रत्न की उपाधि से सम्मानित किया गया।