अरुणा आसिफ अली

अरुणा आसिफ अली का जन्म 16 जुलाई 1909 को कालका पंजाब में एक बंगाली ब्राह्मण परिवार में हुआ था ।आपकी प्रारंभिक शिक्षा लाहौर और नैनीताल में हुई। इलाहाबाद में उनकी मुलाकात कांग्रेस पार्टी के नेता आसिफ अली से हुई,  धर्म और उम्र के आधार पर माता-पिता के विरोध करने के बावजूद 1928 में उनकी शादी आसिफ अली से हुई ।

इन्होंने स्वतंत्रता संग्राम के दौरान नमक  सत्याग्रह में भाग लिया एवं कांग्रेस की सक्रिय सदस्य के रूप में देश की सेवा के लिए बहुत कार्य किया।

 9 अगस्त 1942 में कांग्रेस अधिवेशन में कांग्रेस का ध्वज फहराने के लिए बड़े सम्मान के साथ  याद किया जाता है । स्वतंत्रता संग्राम में उनके साहसिक भूमिका  के कारण उनको ‘आंदोलन की रानी ‘ कहा गया ।

आपके  द्वारा किए गए अभूतपूर्व कार्य के लिए  सन 1964 में अंतरराष्ट्रीय

“लेनिन शांति पुरस्कार,” सन 1991 में  , “जवाहरलाल नेहरू पुरस्कार ” से सम्मानित किया गया ।

1997 में मरणोपरांत अरुणा आसिफ अली को भारत के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार ” भारत रत्न ” से सम्मानित किया गया।

 29 जुलाई 1996 को 87 वर्ष की आयु में आपका निधन हो गया।

अरुणा आसफ अली अपने बहुआयामी व्यक्तित्व के लिए भारतीय इतिहास में सदैव याद की जाएंगी।