अपूर्व सेन एवं निर्मल सेन
अपूर्व सेन का जन्म चटगांव के छत्रदांडी गांव में हुआ था बचपन में उनका नाम भोला था।
आप 18 अप्रैल 1930 चटगांव में हुए विद्रोह के एक गुमनाम नायक हैं । उनकी प्रारंभिक जीवन शिक्षा व राजनीति गुरु के बारे में कुछ भी ज्ञात नहीं है ।
22 अप्रैल 1933 को हुए जलालाबाद युद्ध में उनका नाम सामने आया इसके बाद वे क्रांतिकारी समूह से फरार हो गए ।
अपूर्व सेन और निर्मल सेन जो कि मास्टरदा सूर्यसेन समूह में थे, अंग्रेजो से बचने के लिए उन्होंने चटगांव के खूबसूरत गांव घालघाट में स्वर्गीय नवीन चक्रवर्ती की विधवा के घर शरण ली, किंतु 13 जून 1932 की रात को सावित्री देवी के घर पर अर्ध सैनिक वालों ने उन्हें घेर लिया, निर्मल सेन ने कप्तान कैमरून को गोली मारकर भागने की कोशिश की किंतु सेना के जवानों ने अपूर्व और निर्मल सेन दोनों को गोली मार दी। अपूर्व सेन और निर्मल सेन की शहादत को भारतीय जनता सदैव भी नमन करती रहेगी ।